क्या आप Seekh Dene Wali Kahani पसंद करते हैं? अगर हाँ! तो आप ये २ बेस्ट कहानियां पढ़ के देखे, आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा।
एक जंगल में एक पेड़ की साख पर एक छोटा सा पक्षी बैठा था। वह एक डाल से दूसरी डाल पर कुत्ता फिर तीसरी डाल पर, वह निर्भीक हो के प्रकृति का आनंद ले रहा था। अचानक से जंगल में तूफान आ गया और हवाएं बहुत जोर से चलने लगी, ऐसा लगने लगा कि सारे पेड़ टूट कर गिर जाएंगे।
पर उस छोटे से पक्षी को कोई डर ना था, उसे विश्वास था के वो तूफान से अपने आप को बचा लेगा। अगर एक साथ टूट गई तो फिर वह दूसरे साथ पर जाकर बैठ जाएगा। जंगल में ना तो पेड़ों की कमी थी और ना ही शाखों की।
वो जानता है अपनी शक्ति को, उसके पास उड़ने को पंख है, और यही पंख उसकी शक्ति है, और यही उसका विश्वास है।
तो दोस्तों हमें इस कहानी से सीखने मिलती है – मुसीबत आए तो इस नन्हे पक्षी की तरह निर्भीक होकर सामना करो, मत बोलना कि विपरीत परिस्थितियों में ही हमारा सर्वश्रेष्ठ बाहर निकलता है।
याद रखना की पतंग हवा के विपरीत ही उड़ती है, मत भूलना कि जब कोई रास्ता नहीं होता तभी बहुत से रास्ते होते हैं। बशर्त यह की हमें खुद पर विश्वास और अपनी क्षमता पर भरोसा हो।
मोटिवेशनल कहानी छोटी सी – Motivational story in Hindi 2023
एक और Seekh Dene Wali Kahani
जीवन में हम जैसा करेंगे वैसा ही लौट कर हमारे पास आएगा! यह बात अगर हम याद रखें तो कितने ही गुनाहों से बच जाएंगे। एक औरत थी, और वह अपने परिवार के लिए जब भी खाना बनाती। तो एक रोटी वहां से गुजरने वाले किसी ओके गरीब इंसान के लिए बनाती।
वह रोटी को रोज़ आंगन की छोटी मुंडेर पर रख देती थी, ताकि कोई भी उसे ले जा सके। एक कुबड़ा रोज वहां से गुजरा और उस रोटी को ले जाता था, वह उस रोटी के लिए उस औरत को धन्यवाद नहीं केहता था, बस कुछ ना कुछ बड़बड़ाता जाता।
वह यह बड़बड़ाता था ” जो तुम बुरा करोगे तो तुम्हारे साथ रहेगा, जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट कर आएगा, जरूर आएगा। “
दिन गुजरते गए वह सिलसिला यूं ही चला रहा, एक दिन उसकी इस बात से तंग आकर वह औरत सोचने लगी कितना अजीब आदमी है! एक बार भी इसमें शुक्रिया नहीं बोला है, न जाने क्या बड़बड़ाता रहता है!
रोज की तरह वह को बाद फिर आया रोटी उठाई फिर वही दोहराया ” करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा, और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट कर आएगा। “ आज उस औरत को बहुत गुस्सा आया।
उसने कुबड़े से छुटकारा पाने की सोची। उस औरत ने उसे रोटी में जहर मिला दिया जो मुंडेर पर रखा करती थी, जैसे ही उसने जहर मिला रोटी मुंडेर पर रखी तो उस औरत के हाथ कांपने लगे।
उसने खुद को धिकारा, और कहां है ऊपर वाले यह मेरा हाथों आज क्या होने वाला था। उसने वह रोटी तुरंत ही आग जलती चूल्हे में जला दी। फिर उसने ताजा रोटी बनाई और रोज की तरह मुंडेर पर रख दी। कुबड़े व्यक्ति फिर आया मुंडेर से रोटी लेकर फिर वही बात बड़बड़ाता हुआ चला गया।
वह बेचारा क्या जाने की इस औरत के दिमाग में क्या चल रहा था, इस औरत का एक बेटा था जो परदेस में रहता था। महीने गुजर गए थे उसकी कोई खबर न थी। यह औरत हमेशा अपने बेटे की सलामती की और वह वापसी की दुआ मांगा करती थी।
एक शाम दरवाजे पर दस्तक हुई, उस औरत ने दरवाजा खोल दरवाजा खोलते ही वह हैरान रह गई। उसका बेटा उसके सामने खड़ा था, एकदम पतला दुबला फटे हुए कपड़े हाल-बेहाल था। मां ने घबरा कर पूछा, यह तुझे क्या हुआ मेरे बच्चे?
बेटे ने कहा ” मां बस तुम् इसे एक चमत्कार ही समझो कि मैं जिंदा हूं, और तुम्हारे सामने खड़ा हूं। मैं भूख से कई दिनों से बेहाल था। जब यहां की दूरी पर था तो चक्कर खाकर गिर गया, मैं तो मर ही गया होता अगर एक कुबड़ा मुझे रोटी ना खिलता”
जैसे ही मां ने सुना की एक कुबड़े ने उसके बेटे को रोटी खिलाई है, तो उसका शरीर पीला पड़ गया, मन ही मन में सोचने लगी की यह ऊपर वाले आज मेरे हाथों में क्या होने वाला था!
उसके बाद उस कुबड़े के बातें उस मां के कानों में गूंजने लगी, ” जो तुम बुरा करोगे वह तुम हमारे साथ रहेगा, जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट कर आएगा और जरूर आएगा। “
दोस्तों अगर यह क्या है जो दिया है वही लौट कर आएगा, तो फिर क्यों न सिर्फ दुआ ही दिया जाए।
Very good story