इंट्रोडक्शन
क्या आप Motivational Stories in Hindi के तलाश में थे? तो आपकी तलाश पूरी हुयी। ये मोटिवेशनल स्टोरीज आपकी ज़िन्दगी बदलदेगी और आपकी सोच भी। ये आपके लिए life changing story हो सकती है।
Here Are 5 Motivational Stories in Hindi
1. Change Your Mindset – अपने मिंडसेट को बदलो।
एक बार एक आदमी ने एक शिविर में कई हाथियों को एक पतली रस्सी से बंधे हुए देखा। रस्सी बहुत कमजोर थी, फिर भी हाथी उसे तोड़कर भागने की कोशिश नहीं कर रहे थे। डेरे के मालिक ने उसे बताया कि उसने बचपन से ही इतनी छोटी रस्सी से हाथियों को बांध रखा है।
बचपन में हाथियों के लिए इस रस्सी को तोड़ना मुश्किल था, बड़े होकर, हाथियों ने मान लिया, कि वे उस रस्सी को कभी नहीं तोड़ पाएंगे। इसलिए हाथियों ने इस रस्सी को तोड़ने का कोशिस बंद कर दिया।
इस प्रकार मनुष्य भी अपने जीवन की कुछ असफलताओं के बाद, यकीन करलेता है, वो कभी जीत नहीं पायेगा। या क्या उन्होंने पहले कभी ऐसा देखा है कि किसी को किसी चीज में नुकसान हुआ है, तो वो भी ऐसा नहीं कर सकते.
ये बात हमेशा याद रखनी चाहिए, कि अगर हथौड़े के 100वें वार से कोई पत्थर टूट जाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि पहला वार बेकार था। आपको अपने लक्ष्यों और सपनों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहना चाहिए।
एक दिन आप निश्चित रूप से इतने लायक होंगे कि आप अपने मक़सद को हासिल कर सकेंगे।
2. अपने गुस्से को काबू करो! – Motivational story Hindi
एक गुरुकुल में नित्य ध्यान (Meditate) करने का नियम था, साधना करने के बाद अपनी प्रगति अपने गुरु को बतानी पड़ती थी। एक नए लड़के को ध्यान करने में बहुत मुश्किल हो रही थी। ध्यान के दौरान वह एकाग्र नहीं हो पा रहे थे।
इस वजह से वह काफी नाराज था। उसके गुरु ने उससे पूछा, “आखिर किस बात से नाराज हो?” लड़के ने कहा, मैं जब भी साधना करता हूँ, कभी-कभी कोई बात करने आ जाता है, कभी-कभी कोई बिल्ली या अन्य जानवर आ जाता है।
गुरु ने लड़के से कहा कि तुम अपने आस-पास की हर चीज पर गुस्सा हो रहे हो। जबकि ध्यान का वास्तविक उद्देश्य गुस्से से बचना है। आपको अपने आस-पास के लोगों, जानवरों और चीजों से परेशान हुए बिना ध्यान करने का तरीका खोजना होगा।
फिर वह लड़का गुरुकुल के बाहर एक शांत जगह की तलाश में निकल पड़ा। उसने एक बहुत ही शांत नदी का किनारा देखा। वह वहीं अपनी चादर बिछाकर साधना (Meditate) करने लगा।
जैसे ही उसने अपनी आँखें बंद कीं, उसे हवा के चलने की आवाज़ सुनाई दी। तो वह नाराज हो गया। फिर जब पेड़ के पत्तों की आवाज आई तो उसे गुस्सा आ गया। जब भी चिड़ियों की आवाज आती तो वह उस पर गुस्सा करने लगता।
उसने सोचा कि नदी के तट पर बड़ी अशांति है, क्यों न मैं नदी के बीच में जाकर साधना करूं। वह एक नाव में बैठ गया और नदी के बीच में चला गया। और वहां उन्होंने ध्यान करना शुरू कर दिया।
नदी के बीच में ध्यान करते हुए लड़का अच्छा महसूस कर रहा था। फिर वह रोज नाव में बैठकर नदी के बीच में जाकर साधना करने लगा। अब वह खुश था कि कोई उसे परेशान नहीं कर रहा था।
और वह ध्यान करने में सक्षम है। एक दिन नदी में ध्यान करते हुए, उसने पानी के छींटे मारने की आवाज सुनी। जब उसने अपनी आँखें खोलीं, तो उसने देखा कि एक बड़ी सी नाव उसकी ओर आ रही है।
उसे बहुत गुस्सा आया, वह गुस्से से चिल्लाने लगा। “अपनी नाव यहाँ मत लाओ! इसे मोड़ो!” लेकिन उस नाव ने लड़के की नाव को टक्कर मार दी। लड़का था लाल पिला।
लेकिन जब उसने उस बड़ी नाव में देखा, वहाँ उसमें कोई नहीं था। तेज हवा के कारण वह नाव वहां आ गई थी और पानी के कारण। इतने में लड़के को फिर से अपने गुरु का प्रश्न याद आ गया, “आप वास्तव में किससे नाराज हैं?”
लड़का समझ गया कि वह लोगों या स्थिति के कारण गुस्सा नहीं हो रहा है। बल्कि यह अपनी ही प्रतिक्रिया पर आ रहा था। इसके बाद लड़का फिर से गुरुकुल के अंदर साधना करने लगा।
जहां पहले की तरह शोर सराबा होने लगा। लेकिन वह अब उस शोर को एक खाली नाव की तरह समझने लगा था।
इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि आपकी मर्जी के बिना कोई भी चीज आपको गुस्सा नहीं दिला सकती।
“अगर कोई चीज आपको गुस्सा दिलाती है तो उसे एक खाली नाव की तरह ट्रीट करें।”
3. Padhai Ke Liye Sacha Man
बहुत पुराने समय की बात है। एक गुरुकुल में कुछ बच्चे अपने गुरु के साथ बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। गुरु अपने सभी बच्चों को अच्छे से समझा और पढ़ा रहे थे। लेकिन बहुत समझाने के बावजूद भी 1 बच्चों को चीजें समझ में नहीं आ रही थी।
गुरु ने उस बच्चे से गुस्से में अपनी हथेली दिखाने के लिए कहा। बच्चे का हाथ देखकर गुरु ने बचे को पढ़ाई छोड़ कर घर जाने के लिए कहा, क्योंकि उस बच्चे के हाथ में पढ़ाई की रेखा नहीं थी।
तभी उस बच्चे ने एक छोटा चाकू निकालकर अपने हाथ पर गहरा निशान बना दिया और कहा कि अब तो मेरा हाथ पर पढ़ाई के रेखा है, गुरुजी! तो क्या मैं पढ़ सकता हूं? गुरु ने इस बच्चे के हिम्मत को देख कर कहा, तुम्हें कोई भी चीज पढ़ने से नहीं रोक सकती।
यह बच्चा और कोई नहीं था, बल्कि फेमस लेखक महर्षि पाणिनि (maharishi panini) थे। जिन्होंने संस्कृत व्याकरण की बहुत सी किताबें लिखी। तो दोस्त आप लोगों को भी अपनी जिंदगी में, अपने सपनों के लिए इस बच्चे की तरह ही निडर और अपने इरादों को पक्का रखना होगा।
फिर दुनिया आपसे कुछ भी, फिर क्यों ना कहें।
Study Motivation – Best Study Motivational Story in Hindi 2023
4. एक लड़का और भेड़िया – Life Changing Story In Hindi
एक बार की बात है, एक चरवाहे बच्चे को भेड़ों के झुंड को बनाए रखने का काम सौंपा गया था। एक दिन जब वह ऊब गया था तो उसने गाँव वालों को मूर्ख बनाने का निर्णय लिया। उसने चिल्लाना शुरू करदिया “मदद करो! भेड़िया आ गया! भेड़िया आ गया!”।
जैसे ही स्थानीय लोगों ने उसकी गुहार सुनी, वे चरवाहे बच्चे की सहायता के लिए बाहर की ओर दौड़ पड़े। जब वे उसके पास पहुँचे, तो देखा की कोई भेड़िया नहीं है, तो उन्होंने पूछताछ की उस लड़के से के“भेड़िया कहाँ है?”।
युवा चरवाहे लड़के ने चिल्लाकर कहा, “हा, हा, हा! मैंने तुम सबको बेवक़ूफ़ बना दिया। में तो सिर्फ तुम सबके मजे ले रहा था। फिर वो गाँव वाले सब चले गए। कुछ दिनों बाद चरवाहे लड़के ने वही चाल दोहराई।
वो फिरसे चिल्लाया, “मदद करो! मदद करो!” भेड़िया आ गया! भेड़िया आ गया। एक बार फिर, जब लोग उसकी सहायता के लिए पहाड़ी पर चढ़े, तो वो लड़का “हाहाहा! हाहाहा!” करके हंस रहा था।
तो उन्हें पता चला कि युवक ने उन्हें फिरसे बेवक़ूफ़ बनाया है। उस लड़के के शरारत के वजह से, गाँव वाले उससे बोहत गुस्सा हो गए और वहां से चल दिए।
उसके बाद, कुछ दिनों बाद एक भेड़िया फील्ड में गया और भेड़ों के झुंड के तरफ लपकने लगा। भेड़िये ने एक भेड़ पर हमला किया, फिर दूसरी और तीसरी पर।
फिर वो चरवाहा लड़का गाँव की ओर चिल्लाता हुआ भागा, “मदद करो! मदद करो! भेड़िया! मदद करो! कोई है!” लेकिन गाँव वाले उसके आवाज़ को सुने और उसके रोने-धोने को भी सुने, लेकिन वो सब ये सोच रहे थे की ये फिरसे शरारत कर रहा है।
लड़का दौड़कर पास के गाँव वालों के पास गया और बोला, “एक भेड़िया, भेड़ों पर हमला कर रहा है। हाँ! मानता हूँ के मैंने पहले झूठ बोला था, लेकिन इस बार यह सच है!”
आख़िरकार, गाँव वाले उसकी बात को मान कर भेड़ों को देखने गए। उनेह ये एहसास हुआ के यह सच था। वे भेड़िये को भागते हुए देखे और कई मरी हुई भेड़ों को घास पर पड़े हुए भी देखे।
सिख: हम किसी ऐसे व्यक्ति पर विश्वास नहीं कर सकते जो अक्सर झूठ बोलता है, भले ही वह सच बोलता हो।
5. एक छोटी सी कहानी – अपना 100% दो।
एक बार की बात है कि एक बच्चा और एक बच्ची दोनों एक बीच के किनारे खेल रहे थे लड़के के पास कुछ मार्बल्स के टुकड़े थे, और लड़की के पास कुछ मिठाइयां थे।
फिर उस बच्चे ने उस बच्ची से बोला कि अगर तुम यह मिठाइयां मुझे दोगी तो मैं मेरा सारा मार्बल का टुकड़ा तुमको दे दूंगा। और वह बच्ची मान गई।
फिर उसे बच्चों ने अपने पास सबसे खूबसूरत और बड़े मार्बल के टुकड़े को अपने पास रख दिया और बाकी के बच्चे जितने मार्बल के टुकड़े उसने उस बच्ची को दे दिया।
फिर उसे बची ने जिस तरह वादा किया था, कि पूरा मिठाई उसको दूंगी, तो उसने अपना सारा मिठाई उस लड़के के हवाले कर दिया।
उस रात तो वो बची बहुत अच्छे नींद से सोई, लेकिन वह बचा इस फिक्र में पूरी रात ठीक से सो नहीं पाया, कि जिस तरह मैंने अपना बेस्ट यानी खूबसूरत और बड़ी मार्बल्स अपने पास रख लिए थे,
कहीं इस लड़की ने अपने सबसे बेहतरीन मिठाई अपने पास तो नहीं रख लिए। इसने मुझे धोखा तो नहीं दिया। इस फिक्र में पूरी रात सोचता रहा।
इस कहानी से हमे सिख मिलती हैं :- अगर आप अपने रिलेशनशिप में हंड्रेड परसेंट नहीं दोगे, तो आप हमेशा अपने रिलेशनशिप में डाउट करोगे। तो अपने रिलेशनशिप में हंड्रेड परसेंट दीजिए।
Ye stories motivation ke liye bohat achi ha
bohat hi acha!