Introduction
ये Best Study Motivational Story in Hindi आपको बोहत ही पसंद आएगा। अगर आप एक स्टूडेंट हो तो आप इसको अछि तरह समझ जाओगे। ये हिंदी स्टोरी फॉर स्टूडेंट में एक लड़का इतना परेशानी होने के बावजूद फिर भी वो कैसे अपने सपनो को पूरा करता है, चलिए पढ़ते हैं।
Best Study Motivational Story in Hindi Shuru
इतना पढ़ो कि लोग तुमें पागल कहने लगे। गर्मी का मौसम, ना कोई पंखा ना कूलर ना एसी। बिछड़ा हुआ गाँव जिसे सहर में चार लोग भी नहीं जानते। सड़क इतनी कच्छी कि चार कदम चलना भी मुश्किल हो। परिवार की हालत कुछ ऐसी कि खुद खुसी करने का मन करें।
कमाने वाला एक पिता और उस छोटी सी कमाई पर पलने वाली तीन औलादें और माँ। रात ढल रही थी। पूरा गाँव एकदम गर्मी से परेशान इस करवट से उस करवट, बस करवटें बदल कर अपनी नींद पूरी कर रहा था। लाइट्स तो छोड़ो, एक मुम्बत्ति का होना भी मुस्किल था लेकिन तभी,
उसी गाँव के जोंपडे के मकान में एक छोटी सी लाल्टेन जल रही थी। जिससे कुछ तीन मिटर दूर एक जवान लड़का पसीने से भीगा हुआ अपनी किताबों को रटे जा रहा था। वो पसीने से पूरा भीग चूका था।ऐसा लग रहा था, जैसे उसने पसीने से नाहा लिया हो।
लेकिन फिर भी उसको देख कर जरा सा भी ऐसा नहीं लग रहा था, की उसको गर्मी लग रही है, या अँधेरा और पसीना उसे परेशान कर रहा है। वो बस पढ़ते जा रहा था।
वो किताबों में कुछ इसकदर खोया था कि उसे बस पढ़ना ही समझ जा रहा था। उसे आग के गोले जैसी गर्मी और पसीने से कोई फरक नहीं पढ़ रहा था।
रातके 12:00 बजे, फिर 1:00 फिर 2:00 और अब 3:00 बज छुके थे, ना जाने वो लड़का कब से पढ़ने बैठा था, लेकिन अप तक पढ रहा था।
तभी अचानक पूरे कम्रे में अँधेरा छा जाता है एक दम से गूफ हंदेरा पूरे कम्रे को अपनी चपेट में ले लेता है। दरहसल वो लाल्टेन अब भूच जुकी थी। उस लड़के के मने में क्या चल रहा होगा उस वक्त? क्या आप बता सकते हो?
उस वक्त उस लड़के के जुबान से जो बात निकली ना, कसम से मजा आ जाएगा वो लड़का बोला, उफ यार, काश थोड़ा और पढ़ लेता।
अब बताओ, क्या तुम में से कोई इतना पागल है पढ़ने को? उस लड़के को सब उस गाँव में पागल कहते थे। गाँव वालों से पता चला के वो कब पढ़ने बैठता था, लेकिन कब तक पढता रहेगा कोई नहीं बता सकता था।
बलके उसे खुद भी याद नहीं रहता था, की वो कितने देरसे पढ़ रहा है. हाँ! मानता हूँ के ऐसे किस्से बहुत कम देखने और सुनने को मिलते हैं, लेकिन जब भी मिलते हैं, कसमसे दिल में आग लगा देते हैं।
इतना पढ़ने वाला लड़का पता है आगे क्या करता है? 2012 Batch का UPSC Crack करता है। और एक बहुती बढ़ा आदमी बनता है, जब इतनी आग हो सीने में, तबी तो मज़ा आएगा जीने में।
में कहता हूं, उस हालत से लड़कर, परेशानियों से भीड़ कर, जब एक गरीब और अनाथ लड़का बड़े सपनो को पूरा कर सकता है, तो फिर, तुम क्योँ नहीं ?
अगर दिल में आग लगी हो न, Exam फॉर्म के वो 500 रुपए तुम्हे नहीं रोकने वाले। उन गरीब लड़कों के पास फॉर्म भरने तक के पैसे नहीं होते हैं। लेकिन दिल में आग होती है और वही आग उनको ताज दिलाती है।
पढ़ाई भागने के लिए नहीं बानी, पढ़ने के लिए बानी है, पढ़ाई करने के लिए बानी है। अगर 2 साल भी खुद को दे दिए न, जहाँ तुम्हारे लिए दिन, रात, सुभे, शाम , अँधेरा और उजाला कुछ मायने नहीं रखेगा।
मायने रखेगा तो सिर्फ एक चीज़, बस बहुत हो गया, अब सर्फ और सर्फ पड़ना है, चाहें कुछ भी हो जाए बस पड़ना है, वैसे इसके लिए खुदको उक्साना नहीं है, और नहीं कोई जबर्दस्ती करनी है।
बस अपने दिमाक को और अपने मन को समझाना है पड़ने के लिए, पड़ना है तो सिर्फ इसलिए, क्योँकि ये मेरा हक़ है, मेरा गर्व है, कल मेरा हथियार बनेगा, और इसी से मेरा कल चमकेगा।
अगर दिमाग में चार पैसे का ज्ञान नहीं होगा न, तो अपने खुदके बचे भी इज़्ज़त नहीं करेंगे। अगर आज पढ़ा नहीं तो कल खेत और खलियान सब बिक जाएंगे और भुके पेट ज़िन्दगी काटना बहुत मुस्किल है,
बार बार कह रहूं, सब छोड़ दो, सब बातों को भुला दू, दिलों दिमाक में बस एक बात साफ रखू, अब मजा करना है पढ़ते वक्त, इतना पढ़ना है कि साला लोगों को लगने लगे, की कहीं ये पागल तो नहीं हो गया है। तुम्हे तो मालुम है, की एहि पागलपन वाली म्हणत ने लाखों घर बसाएं हैं।
लाखों ज़िंदगियाँ बनायीं हैं, लाखों लोगो की किस्मत चमकाई है। अगर उस बुलंदी पर ही एक मात्रा मक़सद होगा न, तो वो तुम्हे झक मारके मिलेगा।
लेकिन उस सबसे पहले, उस उजाले से पहले, आज तुम्हें पढ़ना होगा। इतना पढ़ना होगा, इतना पढ़ना होगा कि किताबे तुमसे थख जाएं, लेकिन तुमारा हौसला ना थके।
मजा आने लगेगा यार, बस दो से पाज दिन भी दिमाक लगा कर कुछ पढ़ लिया न, तो फिर दुखी आतमा या भटकती आतमा नहीं रहोगे, बलकि बवाल आदमी बन के निकलोगे।
अगर दिल में आग लगी हो तो कमेंट करके जरूर बताना। और 5 Star भी रेटिंग दे देना। Thank You!
Dil mein to aag lag gayi, Ab padhna to hai.