एक प्यारी चिड़िया – Kids Story Bedtime

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क्या आप Kids Story Bedtime in Hindi में ढूंढ रहे हैं? तो आपक बिलकुल सही जगह पर आये हैं। ये कहानी एक भोली सी चिड़िया और लोमड़ी का है।

Kids Story Bedtime in Hindi

Kids Story Bedtime

एक जंगल में चिंकी नाम की एक बोहत प्यारी चिड़िया रहती थी और वो जंगल में सबकी लाडली थी। चिंकी सारा दिन जंगल में सबको हंसाती रहती थी। एक दिन की बात है सुबह-सुबह उसकी माँ तैयार हो रही थी।

अपनी मां को सजता देख, चिंकी अपनी मां से बोलती है: क्या कहीं जा रहे हैं मां?  माँ बोली: आज तुम्हारी मौसी का जन्मदिन है, मैं वही जा रही हूं! शाम तक लौट आऊंगी। 

चंकी: मैं भी आपके साथ जाना चाहती हूं माँ ! माँ: नहीं चिंकी! तुम तो अभी बहुत छोटी हो, तुम्हें तो ठीक से उड़ना भी नहीं आता! चिंकी: मैं तो सारा दिन जंगल में उड़ती रहती हूं मां! माँ: तुम अभी बहुत ज्यादा तेज नहीं हो सकती चिंकी, इसलिए मैं तुम्हें अपने साथ नहीं ले जा सकती। 

A bird nests in a forest

तुम नहीं जानती चिंकी! इस जंगल के बाहर एक इंसानी दुनिया भी है, वह दुनिया हमारे लिए बहुत खतरनाक है। लेकिन चिंकी अपने मां के साथ चलने के लिए जिद करने लगी, चिंकी के जिद के आगे उसकी मां का हार माननी पड़ी। 

इतनी देर में चिंकी सारे जंगल को ये बताई, के वह आज अपनी मौसी के घर जा रही है। चिंकी के जाने के खबर सुनकर, सभी जंगल में रहने वाले उदास हो गए। भालू दादा चिंतित होकर चिंकी से बोले: अपना ख्याल रखना चिंकी! क्योंकि तुम्हें अभी तो ठीक से उड़ना भी नहीं आता और जल्दी से अपने घर वापस लौट आना। 

चिंकी: चिंता मत कीजिए भालू दादा! मैं भी आप सबके बगैर नहीं रह सकती, मैं जल्दी अपनी मां के साथ अपनी जंगल वापस लौट आऊंगी। 

चिंकी खुशी-खुशी अपने मां के साथ उड़ते हुए अपने मौसी की घर जा रही थी। चिंकी ज्यादा तेज नहीं उड़ पाती थी, उसके वजह से उसकी मां को भी धीरे-धीरे उड़ाना पड़ रहा था। चिंकी और उसकी माँ ने जैसे ही जंगल की सरहद पार की, तभी एक तीर चिंकी की मां के पैरों पर लगा। 

A bird is flying in the air

उसकी मां के पैरों से खून बहने लगा और ये देखकर चिंकी पूरी तरह से घबरा गई। चिंकी बोली: आपके शरीर से तो खून बह रहा है, आपको तो बहुत दर्द हो रहा होगा ना मां! माँ: चिंकी तुम उड़ती रहो, मुझे तीर मारा गया है! जरूर यह तीर किसी इंसान ने शिकार के लिए मारा है।  

चिंकी बोली: मैं कुछ समझी नहीं मां! माँ: तुम अभी बहुत छोटी हो मेरी बची, समझ जाओगी। हमारा जंगल बहुत अच्छा है, लेकिन हमारी जंगल की बाहर की दुनिया बहुत बुरी है। अपना ख्याल रखना चिंकी! 

इतना बात बोलकर चिंकी की मां, बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। ठीक उसी जगह, जहां पर एक लोमड़ी खड़ी हुई थी। उसे लोमड़ी ने चिंकी के मन को तुरंत खा लिया और बोला: अरे वह! इस स्वादिष्ट चिड़िया को खाकर तो मजा आ गया!

उधर चिंकी उदास होकर और रोते हुए अपने माँ को ढूंढ रही थी। चिंकी जैसी छोटी और प्यारी चिड़िया को देखकर, लोमड़ी के मुंह में और पानी आ गया। 

और बोला: अरे वह! एक और चिड़िया! लगता है उसी चिड़िया की बेटी है, जो मेरे पेट में है। इसका मांस भी बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होगा, इसे अपने बातों में फंसा कर घर लेकर चलता हूं, इसे तुम्हें भून कर खाऊंगा। 

a fox in the forest

लोमड़ी चिंकी के पास आकर बोला: मेरा नाम रॉकी है, तुम रो क्यों रही हो, और किसे ढूंढ रही हो? चिंकी बोली: मेरी मां उड़ते-उड़ते कहीं गिर गई है, में अपनी मां को ही ढूंढ रही हूं। 

लोमड़ी बोला: अरे वो तो मेरे घर में है और तुम्हारा इंतज़ार कर रहे हैं! वैसे उसी ने ही मुझे, तुम्हारे पास भेजा है। मासूम और भोली भाली चिंकी, बदमाश लोमड़ी के बातों में आ गई। चिंकी को नहीं पता था कि वह लोमड़ी उसकी मां को खा चुकी है, चिंकी लोमड़ी के साथ उसके घर चल देती है। 

पेड़ पर बैठा हुआ मिंकु बंदर, लोमड़ी की सारी हरकतें देख रहा था। मिंकु बंदर जानता था की लोमड़ी ने चिंकी से झूठ बोला है। 

वो दौड़ता हुआ लोमड़ी के पास आकर बोला: अरे रॉकी! तुम यहां पर हो और तुम्हारे गुफा के पास तुम्हारा मनपसंद भोजन पड़ा हुआ है। लोमड़ी बोलता है: कहना क्या चाहते हो तुम?

अरे जंगल के राजा शेर ने, एक हिरण का शिकार करके तुम्हारे ही घर के सामने रखा था। लेकिन शेर राजा का पेट तो पहले से ही बहुत भरा हुआ था, इसीलिए वह मांस तुम्हारे ही घर के पास छोड़कर चले गए। 

लोमड़ी: क्या तुम सच बोल रहे हो? बन्दर: अरे अगर विश्वास नहीं होता तो जाकर देख लो। हिरण का नाम सुनकर बदमाश लोमड़ी के मुंह में पानी आ गया और उसने अपने दिल से अब चिंकी को खाने का विचार निकाल दिया। 

वह तुरंत अपने घर की तरफ चला गया। लोमड़ी को भागते देख, चिंकी रोते हुए बोली: अब में अपनी मां को कहां ढूढ़ूंगी! मिंकू बन्दर: अरे मैं तुम्हारी जान बचाई है चिंकी, यह लोमड़ी तुम्हारी घायल माँ को खा गई!

तुम्हारी माँ अब इस दुनिया में नहीं रही। चिंकी: यह क्या कह रहे हो तुम? काश मैं अपनी मां की बात मान ली होती। 

चिंकी चिड़िया अपनी माँ को याद करके बहुत रोई, अब वो अकेली रह गयी थी। चिंकी को इस हालत में देखकर, मिंकु के आंखों में आंसू आ गए। फिर मिंकु, चिंकी को उसके जंगल छोड़ आया। 

चिंकी आज भी अपनी मां को याद करके, बहुत रोती है। 

इस कहानी से सिख: बड़ों की बात मानना चाहिए, क्योँकि उनको कुछ ऐसी बातें पता होती हैं, जो उनके छोटों को पता नहीं होती। 

आपको इस Kids Story Bedtime से और क्या क्या सिख मिली? कमेंट में जरूर बताएं।

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